कभी कभी इन्सान की ज़िन्दगी में ऐसा वक्त आता है जब उसके सामने दो विकल्प होते हैं और उनमें से उसे केवल एक ही विकल्प चुनना होता है और चुना हुआ वह विकल्प उसकी आने वाली ज़िन्दगी में मील का पत्थर साबित होता है। ऐसे वक्त में इन्सान एक अजीब उधेड़बुन में फंस जाता है, तब उसकी ज़िन्दगी की कशमकश शुरू होती है। उसी कशमकश से जुझते इन्सान के अहसास से जो लफ़्ज़ निकलते हैं उन्हीं ख़ास अल्फाज़ का यह संकलन है।