कहानी एक ऐसे वैज्ञानिक की है जो अपनी निजी ज़िंदगी में चुनौती झेल रहा है . लेकिन फिर भी अपने पिता केके रिसर्च केके मदद से ह्यूमन रेस के लिए एक ऐसी मेडिसिन बना रहा है जिस से इंसान अपनी शारीरिक क्षमताओं को कंट्रोल कर के कभी भी बूढ़ा न हो , और अपनी उम्र को रिवर्स कर के लंबे समय तक जीवित रह सके । इस के लिए वह हिंदू पुराणों में मौजूद सात सुपर हीरोज यानी की सात चिरंजीवी - वायुपुत्र हनुमान, राक्षसराज विभीषण , कृपाचार्य, अश्वत्थामा , भगवान परशुराम , राजा बली और महर्षि वेद व्यास के डीएनए की खोज में लगा है । वह इस खोज में कैसे सफल होता है , और कैसे इस खोज को रोकने वाली अज्ञात ताकतों से लड़ता है ? और कैसे अपनों से ही मात खाता है ? यह रोमांचक कहानी है चिरंजीवी भव: . कहानी के पात्र डॉ शरत दास - उम्र 60 साल डीएनए रिसर्च के फील्ड का विश्विख्यात वैज्ञानिक रेनू - शरत की स्टूडेंट और प्रेमिका जो की 32 साल की है , वह भी अपने माँ बाप के झगड़ों की वजह से उनसे अलग रहती है । डॉ दास से प्यार करती है कैप्टेन मजूमदार - डॉ शरत का दोस्त एक फौजी जो फौज छोड़ चुका है ,और अब मिशन में शरत के साथ है डॉ बंकिम चंद्र दास - शरत के पिता एक विश्वविख्यात आर्कियोलॉजिस्ट जो की पौराणिक देवताओं के अस्तित्व की खोज में सारी उम्र काटने के बाद अपनी रिसर्च छोड़ कर गए हैं . डॉ मेघवाल - शरत के पिता डॉ बंकिम चंद्र दास के टीम मेम्बर जी राजा बली की खोज करते हैं डॉ राठौड़ - शरत के पिता के टीम मेम्बर जी की अजमेर में आर्कियोलॉजी के प्रोफेसर हैं , और अश्वत्थामा और हनुमान के अस्तित्व की खोज कर रहे है फौजी बाबा - एक रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफिसर जी की बाबा बन जाता है और कृपाचार्य की खोज करता है डॉ जगन्नाथ - डॉ शरत का बैच मेट जो आदिवासी है और भगवान परशुराम की खोज में मदद करता है लामा शेरपा - एक बौद्ध गुरु जो वेद व्यास की खोज में मदद करता है सम्राट सिंह - एक पत्रकार जो अश्वत्थामा और पृथ्वीराज चौहान के इतिहास की खीज में मदद करता है डॉ आनंद - शरत का बेटा जो की अपने पिता से बहुत प्यार करता है लेकिन अपनी माँ के साथ रहता है सीमा - शरत की पत्नी जो की एक रईस बिज़नेस वीमेन है और बिना तलाक़ लिए शरत से अलग रहती है