मेरी पुस्तक नोटबंदी के पीछे छिपे तथ्यों को एक कहानी के जरिए प्रस्तुत करने का प्रयास है। जहां तक संभव था मैंने घटित घटनाओं का ही अपनी कहानी में चित्रण करने का प्रयास किया था। मूलतः इसे आप पूरी तरह से काल्पनिक नहीं कह सकते क्यों कि कहानी तथ्यों को आधार बना कर ही रची गई है।