वरिष्ठ साहित्यकार अनवर सुहैल द्वारा लिखित यह उपन्यास एक मुस्लिम परिवार में जन्मी लड़कियों की आर्थिक रूप से कमजोर होने पर किस तरह से वे संघर्ष करती हैं और वे किन-किन रास्तों को अपनाती हैं . यह उपन्यास वास्तव में समाज का आइना है.